मौखिक
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) कल-युग को विज्ञान-युग भी क्यों
कहते हैं?
उत्तर- कल विज्ञान की देन है इसलिए कल - युग
को विज्ञान - युग भी कहते हैं।
(ख) थके-हारे व्यक्ति की कल कैसे
सेवा करता है?
उत्तर - थके - हारे व्यक्ति की कल हाथ-पैर
दबा देता है, सर में चंपी कर देता है। सिनेमा मनोरंजन कर देता है, रेडियो लोरियाँ सुनाकर
सुला देता है। कमरे में जैसा तापमान चाहिए बटन दबाइए और रात भर मौज में खर्राटे लीजिए
।
(ग) संसार सिमट कर कितना बौना हो
गया है- इसका आशय स्पष्ट कीजिए।
उत्तर - संसार सिमट कर बौना हो गया है- इसका
आशय यह है कि यातायात के साधनों की गति इतनी तीव्र हो चुकी है कि पहले जिन स्थानों
तक पहुँचने में वर्षों लग जाते थे वहाँ आज कुछ घण्टों में ही पहुँचा जा सकता हैं। यहाँ
तक कि इंसान दूसरे ग्रहों तक भी पहुँच चुका है।
लिखित
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए
(क) आने वाले दिनों में घर कैसे
होंगे?
उत्तर - आने वाले दिनों में घर प्लास्टिक और
अल्यूमीनियम के होंगे। मकान बदलना हो तो दीवार - किवाड़ बिस्तर में बाँधकर चल दीजिए
। शीशों - झरोखों - खिड़कियों के करिश्मे से कमरा किसी तापमान पर ठंडा - गरम रखा जा
सकेगा और पहाड़ी-मैदान- समुद्री सभी तरह की बयार वातायनों से आने लगेंगी। आपको सिर्फ
इच्छित ताप पर वायु का बटन दबाने की मशक्कत करनी पड़ेगी।
(ख) एच. जी. वेल्स की चिंता का क्या
कारण था ?
उत्तर - जब सभी कार्य कलें करने लगेंगी तो
सब कार्यालयों - कारखानों से आदमियों की छँटनी करनी पड़ेगी। जो इने-गिने व्यक्ति बटन
दबाने के लिए बचेंगे, वे भी अपना कार्य क्षणों में समाप्त कर डालेंगे। आदमियों को बड़ी
फुरसत हो जाएगी, जिन्दगी पूरी छुट्टी में बीतेगी, तब आदमी क्या करेगा ? बैठा - ठाली
दिमाग शैतान का हो जाता है। भविष्य में आने वाली चीजों के परिणाम को सोचकर एच. जी.
वेल्स सिहर उठे थे और यही उनके चिंता का कारण था।
(ग) इस सभ्यता का नाम 'कलयुगी -
बटनी सभ्यता' क्यों पड़ा?
उत्तर – कल - कल के कलरव से कूजित यह कल युग
है। बटन के निर्देशन पर इसकी सभ्यता का संचालन होता है। इसी कारण इसका नाम कलयुगी
- बटनी सभ्यता पड़ा है।
2. निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए
(क) आसुरी सभ्यता का श्री गणेश होने
वाला है।
उत्तर इसका आशय यह है कि खाली दिमाग शैतान
का घर होता है जब मशीन सारा काम करेगा और लोगों के पास कोई काम नहीं होगा तो वे उलटे
सीधे काम करेंगे जिससे स्वयं को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
(ख) यह तो इब्तिदा है रोता है क्या,
आगे- आगे देखिए होता है क्या?
उत्तर- इस पंक्ति का आशय यह है कि ये तो शुरुआत
है आने वाले खतरों की। आगे - आगे देखिए इस कल युग के कारण क्या-क्या विनाश होगा ।