भीड़ में खोया आदमी  -  BHEED MEIN KHOYA AADMI  -  Questions and Answers

BHEED MEIN KHOYA AADMI | भीड़ में खोया आदमी | Q&A | CLASS 9&10 | SAHITYA SAGAR | ICSE HINDI


निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए

 

(I) “उम्र में मुझ से छोटे हैं, पर अपने घर में बच्चों की फौज खड़ी कर ली है।"

 

(क) उम्र में कौन, किससे छोटा है? दोनों के नाम बताएँ और आपस में दोनों का क्या संबंध है?

उत्तर- उम्र में श्यामलाकांत लेखक से छोटे हैं। लेखक और श्यामलाकांत दोनों अच्छे मित्र हैं।

 

(ख) किसने बच्चों की फौज खड़ी कर ली है? उसकी चरित्रगत विशेषताएँ लिखें ।

उत्तर- लेखक के मित्र श्यामलाकांत ने अपने घर में बच्चों की फौज खड़ी कर ली है। श्यामलाकांत सीधे-सादे, परिश्रमी, ईमानदार किंतु निजी जिंदगी में बड़े लापरवाह। उम्र में छोटे हैं, पर अपने घर में बच्चों की फौज खड़ी कर ली है।

 

(ग) बच्चों की फौज से क्या तात्पर्य है? उन्हें वह परिवार 'बच्चों की फौज' क्यों लगता है ? ?

उत्तर- बच्चों की फौज से तात्पर्य हैं बच्चों का जनसमूह इकट्‌ठा करना। लेखक को वह परिवार बच्चों की फौज लगता है क्योंकि उस परिवार में छोटे से बड़े हर उम्र के बच्चे मौजूद थे। छोटा सा घर था और चारों तरफ बच्चे ही बच्चे थे। लेखक को यह फौज से कम न लगी फौज में अनेक सैनिक होते हैं, घर में अनेक बच्चे थे।

 

(घ) क्या उसका परिवार एक सुखी परिवार है? कैसे ?

उत्तर- नहीं, श्यामलाकांत का परिवार एक सुखी परिवार नहीं है क्योंकि घर में बच्चों के पालन-पोषण, रहन-सहन और शिक्षा की यदि पूरी व्यवस्था न हो, तो बच्चों की यह भीड़ दुखदायी बन जाती है। श्यामलाकांत का बेटा पढ़ा लिखा होते हुए भी नौकरी के लिए भटक रहा था। पत्नी का ठीक से इलाज नहीं हो रहा था। श्यामलाकांत पढ़ा-लिखा होते हुए भी परिवार के प्रति लापरवाह था। सभी प्रकार की समस्याओं से परिवार जूझ रहां था।

 

() “भाई, नाम तो तुम्हारा लिख लेता हूँ पर जल्दी नौकरी पाने की कोई आशा मत करना।"

 

(क) यह पंक्ति कौन, किससे कह रहा है, और क्यों कह रहा है?

उत्तर- यह पंक्ति रोजगार कार्यालय का एक कर्मचारी श्यामलाकांत के बड़े बेटे को कह रहा है, क्योंकि रोजगार कार्यालय में उसकी योग्यता के हज़ारों व्यक्ति पहले से ही नाम दर्ज करा चुके हैं। उसका नंबर बहुत देर से आएगा। सभी को नौकरी की जरूरत है।

 

(ख) उसे नौकरी खोजते कितने वर्ष हो गाए ? उसे नौकरी क्यों नहीं मिल रही?

उत्तर- उसे नौकरी खोजते दो वर्ष बीत गए थे। उसे नौकरी नहीं मिल रही थी क्योंकि बढ़ती जनसंख्या के कारण रोजगार कार्यालय में भी काफी भीड़ थी। उसकी योग्यता के हजारों व्यक्ति पहले से ही कार्यालय में नाम दर्ज करा चुके थे।

 

(ग) इस पंक्ति में लेखक ने देश की किस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है और कैसे ?

उत्तर- इस पंक्ति में लेखक ने देश में बढ़ती हुई जनसंख्या से होने वाली समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है। किस प्रकार बढ़ती जनसंख्या के कारण शहर फैलता जा रहा हैं, मकान संकीर्ण होता जा रहा है। बीमारी, गंदगी, कुपोषण दूषित वातावरण से हो रहा हैं। राशन ठीक से नहीं मिल पा रहा, नौकरी के लिए भटकना पड़ रहा हैं, बीमार होने पर डॉक्टर ठीक से इलाज नहीं करता आदि |

 

(घ) इस समस्या के समाधान के लिए कोई दो बिंदु लिखें।

उत्तर- इस समस्या के समाधान के लिए दो बिंदु हैं - पहला, बढ़ती हुई जनसंख्या पर काबू पाना होगा। दूसरा, देश के प्रत्येक नागरिक को जिम्मेदार होना होगा।

 

() ‘क्या तुम्हारे पास यही दो कमरे हैं।’

 

(क) यह पंक्ति किसने, किससे कही और क्यों कही ?

उत्तर- यह पंक्ति लेखक ने श्यामलाकांत से कहा क्योंकि लेखक जब अपने मित्र के घर पहुंचा तो छोटा सा मकान था, जिसमें दो कमरे थे, उसमें ही सामान को ठूसमठास और बच्चों की भीड़ देखकर लेखक का दम घुटने लगा। तब लेखक ने उनसे पूछा।

 

(ख) इस प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कौन-सी परेशानी बताई ?

उत्तर- इस प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा दो वर्ष पहले इस शहर में आया था। तभी से मकान की तलाश में भटक रहा हूँ। शहर में चक्कर काट-काट कर जूते घिस गए। निराश होकर जब थक गया तब साल भर बाद मकान के नाम पर सिर छिपाने के लिए गली के अंदर यह छत मिली है।

 

ग) उन दो कमरों में कितने लोग रहते हैं? उनका विवरण दें।

उत्तर- उन दो कमरों में दस लोग रहते हैं। श्यामलाकांत, उसकी पत्नी, बड़ा बेटा, छोटा बेटा, बड़ी बेटी जिसकी शादी में लेखक आए थे। तीन छोटी लड़‌कियाँ और दो छोटे लड़के। पूरा भरा पूरा परिवार था।

 

(घ) इस पंक्ति से किस समस्या की ओर संकेत किया गया है?

उत्तर- इस पंक्ति से परिवार का बड़ा होने से, होने वाली समस्याओं की ओर संकेत किया गया है। किस प्रकार बड़ा परिवार का शहरों में रहना, खाना-पीना सब परेशानी का कारण बन जाता है।

 

(IV) “कब से अस्वस्थ हैं? डॉक्टर को दिखाकर इलाज नहीं करा रही हैं क्या?”

 

(क) यह पंक्ति किसने, किससे कहीं और क्यों कही ?

उत्तर- यह पंक्ति लेखक ने श्यामलाकांत की पत्नी से कहा क्योंकि जब लेखक ने उसे देखा तो स्तब्ध रह गया। दुर्बल काया और पीला चेहरा देखकर ही अस्वस्थ लग रहीं थी।

 

ख) इस प्रश्न के उत्तर में उन्होंने किस परेशानी का उल्लेख किया ?

उत्तर- इस प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा भाई साहब इतने बड़े परिवार में हर रोज कोई न कोई बीमार रहता ही है। डॉक्टर को दिखाने अस्पताल गई थी पर अस्पतालों में आजकल रोगी और उनके संबंधी मधुमक्खी के छत्ते की तरह डॉक्टर को घेरे रहते हैं। वह भी किस-किस को देखे । आजकल तो ऐसा लगता है, मानो पूरा शहर ही अस्पताल में उमड़ आया है। समझ में नहीं आता, ऐसी भीड़ क्यों है?

 

(ग) व्यक्ति बीमार किन कारणों से होता है? कोई दो कारण बताएँ। इसके लिए कौन जिम्मेदार है?

उत्तर- व्यक्ति बीमार कुपोषण से, गंदे और संकीर्ण मकानों के दुषित वातावरण से होते हैं। इसके लिए आदमी स्वयं जिम्मेदार है। आदमी जितना भी शिक्षित, समझदार, ईमानदार, परिश्रमी क्यों न हो कहीं न कहीं अपनी निजी जिन्दगी में लापरवाह होता है। जिसका परिणाम जनसंख्या विस्फोट और उससे होने वाली समस्याएँ हैं।

 

(घ) बीमारियों से बचने के कोई दो उपाय बताएँ ।

उत्तर- बीमारियों से बचने के लिए स्वच्छ जलवायु हो और खाने के लिए भरपूर भोजन सामग्री हो तो बीमारी से बचा जा सकता है।

 

(V) ‘मुझे अपने मित्र श्यामलाकांत को अब इस भीड़ का रहस्य बताने की आवश्यकता नहीं है।’

 

(क) मुझे शब्द किसके लिए प्रयुक्त हुआ है? उन्हें अपने मित्र को किस भीड़ का रहस्य बताने की आवश्यकता नहीं है और क्यों ?

उत्तर- मुझे शब्द का प्रयोग लेखक के लिए किया गया हैं। लेखक को अपने मित्र श्यामलाकांत को भीड का रहस्य बताने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि समय, शक्ति और धन होते हुए भी उनके घर में बच्चों की फौज थी। कुपोषण, गंदे और संकीर्ण मकान के दूषित वातावरण के कारण बीमारियाँ होती रहतीं थीं। उसका परिवार हर समय बढ़ती जनसंख्या के कारण परेशानियों से जूझता रहता था।

 

(ख) श्यामलाकांत को अपने घर में भीड़ के कारण किन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है?

उत्तर - श्यामलाकांत को अपने ही घर में भीड़ के कारण अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों के पालन-पोषण की, रहन-सहन की, शिक्षा - दीक्षा की, गंदे और संकीर्ण मकानों के दूषित वातावरण से होने वाली बीमारी की। भीड़ भले ही हमें अच्छी लगती हैं लेकिन कभी-कभी ये भीड़ दुखदायी बन जाती है।

 

(ग) ‘भीड़' शब्द से देश की किस समस्या की ओर संकेत किया गया है? इस समस्या के कारण किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है?

उत्तर– ‘भीड़' शब्द से देश में बढ़ती हुई जनसंख्या से होने वाली समस्याओंकी ओर संकेत किया गया है। इन समस्याओं के कारण अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़‌ता है। रेल बस में भीड़ बनी रहती है, देश के अनुशासन पर दुष्प्रभाव पड़ता है, सड़क पर दुर्घटनाएँ होती हैं, सार्वजनिक स्थानों पर नियम और व्यवस्था का पालन नहीं होता। जिस काम के लिए आदमी दफ्तर, कचहरी, अस्पताल, स्टेशन आदि स्थानों पर जाता है, वह स्वयं भीड़ में खो जाता है।

 

(घ) ‘भीड़ से पैदा होने वाली समस्याओं से किस प्रकार छुटकारा मिल सकता हैं?’

उत्तर- बढ़ती हुई जनसंख्या पर नियंत्रण कर, लोगों को निजी जिन्दगी के प्रति जागरूक कर हम इन समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।


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